दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पास गुरुवार को देर रात परिवर्तन निदेशालय की टीम पहुंची और उनसे पूछताछ की गई और बाद में उनको गिरफ्तार कर लिया गया। केजरीवाल की गिरफ्तारी से सभी विपक्षी पार्टियों में हड़कंप मच गया।
दिल्ली की सियासत में दिखा बड़ा उफान
दिल्ली के शराब घोटाले में एक के बाद एक कई कड़ी सामने निकल कर आती हुई दिखाई दे रही है और इस मामले में अभी तक कई लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। साल 2022 की जुलाई में दिल्ली के तत्कालीन मुख्य सचिव ने आबकारी नीति में अनियमिता पाई जाने को लेकर दिल्ली के उपराज्यपाल को एक रिपोर्ट सौंप गई थी। इस रिपोर्ट में शराब के नाम पर बड़ा घोटाला होने का आरोप लगाया गया था। इस रिपोर्ट में बताया गया था कि दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शराब कारोबारी को एक बड़ा लाभ पहुंचाने के लिए घोटाला किया है। इस मामले में मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया गया था। इसी के साथ-साथ आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह से भी पूछताछ की गई थी और उन्हें भी इस मामले से जुड़ा हुआ पाते हुए गिरफ्तार कर लिया गया था। लेकिन आप इसी मामले को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से पूछताछ हुई और बाद में देर रात उनको गिरफ्तार करने का काम किया गया।
गिरफ्तारी के बाद आम आदमी पार्टी ने किया प्रदर्शन
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ED के द्वारा पूछताछ के दौरान गिरफ्तार किए जाने के मामले के बारे में जब उनके समर्थकों को पता चला तो वह सड़कों पर निकल आए और उन्होंने सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। आरोप लगाया गया कि आम आदमी पार्टी के लोगों को केंद्र सरकार परेशान करने का काम कर रही है। अरविंद केजरीवाल ने किसी भी तरीके का घोटाला नहीं किया है वह बिल्कुल निर्दोष है उनको झूठे केस में फंसने का काम किया जा रहा है। वही अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली का कड़ा पहरा तैनात कर दिया गया।