लोकसभा चुनाव को लेकर यूपी में मायावती को इंडिया गठबंधन में शामिल करने की अटकले अब पूरी तरीके से खत्म होती हुई दिखाई दे रही हैं। मायावती ने इंडिया गठबंधन को नकारते हुए अपने 9 उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारने का काम कर दिया है। जिनमें से पांच उम्मीदवार मुस्लिम है।
पांच मुस्लिम उम्मीदवारों को BSP ने दिया टिकट
उत्तर प्रदेश में इंडिया गठबंधन में शामिल होने को लेकर मायावती ने पहले ऐलान कर दिया था कि वह किसी के साथ मिलकर चुनाव नहीं लड़ेंगे। जिसको लेकर उन्होंने कहा था कि ना तो वह इंडिया के साथ है और ना ही एनडीए के साथ है। फिर भी कयास लगाए जा रहे थे कि मायावती इंडिया गठबंधन में शामिल हो सकती है, लेकिन उन्होंने अपने 9 उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारते हुए उन अटकलें पर विराम लगा दिया है। मायावती की 9 उम्मीदवारों में पांच मुस्लिम उम्मीदवार भी शामिल है। जिनमे कन्नौज से अकील अहमद पट्टा,अमरोहा से डा. मुजाहिद हुसैन उर्फ बाबू भाई,सहारनपुर से माजिद अली,पीलीभीत से पूर्व मंत्री अनीस अहमद खान उर्फ फूल बाबू व मुरादाबाद से इरफान सैफी के नाम शामिल हैं। वही बाकी के उम्मीदवारों के नाम भी उजागर किए गए हैं जिनमें उन्नाव से अशोक पांडेय, अयोध्या से सच्चिदानंद पांडेय उर्फ सचिन, बिजनौर से चौधरी विजेंद्र सिंह तथा मुजफ्फरनगर से दारा सिंह प्रजापति को उम्मीदवार बनाया गया है। अपने उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतरने के बाद मायावती ने यह साफ कर दिया है कि वह अकेले ही लोकसभा चुनाव लड़ेंगी।
यूपी में सपा-कांग्रेस में हुआ है गठबंधन
लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी और समाजवादी पार्टी के बीच में गठबंधन हो चुका है जिसको लेकर 17 सीटों पर कांग्रेस लोकसभा चुनाव लड़ेगी और अपने प्रत्याशियों को उतारने का काम करेगी। दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के खाते में अभी 63 सीटें शामिल है। इन सब को लेकर अनुमान लगाया जा रहा था कि अगर बीएसपी प्रमुख मायावती शामिल होती है तो इन सीटों में कटौती की जाएगी लेकिन बीएसपी की तरफ से 9 उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारे जाने के बाद यह साफ हो गया है कि मायावती इंडिया गठबंधन में शामिल नहीं होने वाली है। हाल ही में बीएसपी पार्टी की तरफ से एक प्रवक्ता ने बयान दिया था और बताया था कि समाजवादी पार्टी के साथ लोकसभा चुनाव में हमारा गठबंधन हुआ था जिसमें हमारा वोट तो समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी को मिल गया था लेकिन उनका वोट हमें नहीं मिला था इसलिए अबकी बार गठबंधन नहीं होगा।