लोकसभा चुनाव को लेकर बदायूं में शिवपाल यादव जोर सोरों के साथ चुनाव प्रचार करते हुए दिखाई दे रहे हैं। लेकिन अब उनके सामने उनके बेटे को लड़ाने का ऐलान किया गया है। आने वाले वक्त में यह फैसला हो सकता है कि बदायूं से शिवपाल यादव चुनाव ना लड़ते हुए अपने बेटे को चुनाव लड़ाएं।
सपा कार्यकर्ता सम्मेलन में आदित्य यादव पर प्रस्ताव पास
समाजवादी पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए यूपी के बदायूं से लोकसभा सीट पर शिवपाल यादव को चुनावी मैदान में उतारा है। यहां शिवपाल यादव लगातार जनता के बीच पहुंचकर अपने लिए वोट मांग रहे हैं और पार्टी के प्रति लोगों को जागरूक करने का काम कर रहे हैं। इन सबके बीच शिवपाल यादव अपने कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया जहां पर उनके बेटे आदित्य यादव को चुनाव लड़ने पर चर्चा की गई। यहां कार्यकर्ताओं ने आदित्य यादव को चुनाव लड़ाने पर प्रस्ताव भी पास कर दिया है। बताते चलें कि लोकसभा सीट बदायूं के संभल में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करने के लिए शिवपाल यादव, उनके बेटे आदित्य यादव और धर्मेंद्र यादव पहुंचे थे। चुनाव को लेकर चर्चा की जा रही थी तभी आदित्य यादव पर प्रस्ताव पास कर दिया गया। अब इस पर फैसला अखिलेश यादव लेंगे की बदायूं से चुनाव चाचा शिवपाल लड़ेंगे या फिर उनके बेटे आदित्य यादव।
संविधान को नहीं मानते हैं बीजेपी वाले
समाजवादी पार्टी लगातार भारतीय जनता पार्टी पर संविधान को खत्म करने का आरोप लगाती आई है। एक बार फिर से चाचा शिवपाल ने संभल में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा है कि भारतीय जनता पार्टी के लोग हमेशा से संविधान के खिलाफ रहे हैं। यह लोग संविधान को नहीं मानते हैं और यह लोग संविधान को पूरी तरीके से खत्म करने की तैयारी कर रहे हैं। यह जितने भी काम करते हैं संविधान के खिलाफ करते हैं। भारतीय जनता पार्टी के लोग सरकारी एजेंसियों का गलत दुरुपयोग कर रहे हैं। उन लोगों को जेल में डालने का काम किया जा रहा है जो लोग सरकार के खिलाफ आवाज उठाते हैं और फिर उनकी आवाज दबाने को लेकर उनके घर ED और सीबीआई को भेज दिया जाता है फिर बाद में उनको जेल में डलवा दिया जाता है। जनता सब समझ चुकी है जनता अब बस फैसला लेने वाली है।