सोशल मीडिया पर इन दिनों अमित शाह से जुड़ा एक पोस्ट काफी तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें गृहमंत्री के दो वीडियो क्लिप नजर आ रहे है। इस पोस्ट के साथ ही सोशल मीडिया पर यूजर्स दावा कर रहे हैं कि अमित शाह ने साल 2018 के अपने एक बयान में कर्नाटक की येदियुरप्पा सरकार को सबसे भ्रष्ट सरकार बताया था और साल 2023 में उन्होंने येदियुरप्पा सरकार को सपोर्ट करते हुए भ्रष्टाचार से मुक्ति के लिए उनपर भरोसा करने के लिए लोगों से अपील की है।
क्या है वायरल?
दरअसल, ‘social_hadda’ नाक के इंस्टाग्राम यूजर ने इस पोस्ट को शेयर किया है, जिसमें अमित शाह के 2018 और 2023 वाले बयानों को सुना जा सकता है।
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इस वायरल वीडियो पर भरोसा कर कई और यूजर्स इस वीडियो को समान दावे के साथ शेयर कर रहे हैं।
हालांकि टूडे समाचार ने अपनी पड़ताल में पाया है कि इस वायरल वीडियो में किया जा रहा दावा पूरी तरह से गलत है। दरअसल, विधानसभा चुनाव के दौरान अमित शाह ने सिद्धारमैया सरकार पर आरोप लगाते हुए उसे भ्रष्टाचार के मामले में नंबर 1 सरकार बताया था, लेकिन इस दौरान उनकी जुबान से गलती से सिद्धारमैया सरकार की जगह येदियुरप्पा सरकार का नाम निकल गया था। हालांकि गलती का एहसास होते ही उन्होंने अपने बयान को सुधारते हुए सिद्धारमैया सरकार का नाम लिया। इस वायरल वीडियो में अमित शाह द्वारा गलती से येदियुरप्पा सरकार का नाम लेने वाला पार्ट ही एडिट किया गया है और दूसरे वीडियो के साथ जोड़कर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
फैक्टचेक
टूडे समाचार ने जब वायरल वीडियो को ध्यान से देखा, तो हमें पता लगा कि क्लिप में अमित शाह के 2018 के एक बयान का जिक्र किया गया है, जिसमें वो कह रहे हैं, “…..सुप्रीम कोर्ट के एक रिटायर जज ने कहा कि अगर भ्रष्टाचार के लिए स्पर्धा करी जाए तो येदियुरप्पा सरकार को भ्रष्टाचार के मामले में नंबर 1 सरकार का दर्जा मिलेगा।”
वहीं इसके अलावा 2023 के बयान वाले क्लिप में अमित शाह को कहते हुए सुना जा सकता है कि, वो कर्नाटक को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए येदियुरप्पा सरकार से उन्हें एक और मौका देने की अपील करते नजर आ रहे हैं।
वायरल पोस्ट में इन्हीं 2 क्लिप के आधार पर दावा किया जा रहा है कि अमित शाह ने 2018 में येदियुरप्पा सरकार को सबसे भ्रष्ट सरकार बताया था और 2023 में उसी के लिए जनता से समर्थन की मांग कर रहे हैं।
ऐसे में अपनी पड़ताल को शुरू करते हुए जब हमने इस वीडियो से संबंधित कुछ कीवर्ड की मदद से गूगल सर्च किया, तो हमें इस वायरल पोस्ट का ओरिजिनल वीडियो मिला, जो वन इंडिया हिंदी के आधिकारिक यू-ट्यूब चैनल पर 27 मार्च 2018 को अपलोड किया गया था।
इस वीडियो बुलेटिन में बताया गया है कि अमित शाह की जुबान फिसली और उन्होंने प्रेस वार्ता के दौरान सिद्धारमैया की जगह येदियुरप्पा को भ्रष्ट बता दिया। वीडियो के 0.30 सेकेंड के फ्रेम से सुनने पर सब कुछ साफ हो जाता है, जब अमित शाह कहते हैं, “…..भ्रष्टाचार अपने चरम सीमा पर है…..ढेर सारी चीजें भ्रष्टाचार पर कहने के लिए हैं, मगर मैं डिटेल में नहीं जाना चाहता, क्योंकि कर्नाटक की जनता का परसेप्शन बन चुका है कि ये भ्रष्टतम सरकार है। अभी-अभी सुप्रीम कोर्ट के एक रिटायर्ड जज ने कहा कि अगर भ्रष्टाचार के लिए स्पर्धा कर दी जाए तो येदियुरप्पा सरकार को भ्रष्टाचार के मामले में नंबर वन सरकार का अवार्ड जरूर मिलेगा…….अरे सिद्धारमैया सरकार को नंबर वन का अवार्ड देना पड़ेगा।”
पड़ताल के दौरान हमें कई और चैनलों पर और न्यूज रिपोर्ट्स में समान क्लिप और वीडियो मिली, जो कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान की थी। बता दें कि कर्नाटक विधानसभा की 224 सीटों के लिए 10 मई 2023 को मतदान हुआ था और चुनाव के नतीजे 13 मई 2023 को आए थे। इसी चुनाव के पहले अमित शाह ने एक प्रेस वार्ता के दौरान भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर सिद्धारमैया सरकार पर निशाना साधा था।
ऐसे में टूडे समाचार की इस पड़ताल से ये साफ हो गया है कि वायरल वीडियो में किया गया दावा पूरी तरह से गलत है और ये वायरल पोस्ट एडिटेड है। ओरिजिनल वीडियो कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान का है, जब एक प्रेस वार्ती के दौरान अमित शाह ने सिद्धारमैया सरकार पर आरोप लगाते हुए उसे भ्रष्टाचार के मामले में नंबर 1 सरकार बताया था, लेकिन इस दौरान उनकी जुबान से गलती से सिद्धारमैया सरकार की जगह येदियुरप्पा सरकार का नाम निकल गया था। हालांकि बाद में उन्होंने अपनी गलती सुधार ली थी। वायरल वीडियो में इस पार्ट को शामिल नहीं किया गया है।