यूपी के मुरादाबाद में समाजवादी पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए वर्तमान में सांसद एसटी हसन को चुनाव में उतारने का फैसला लिया था लेकिन बाद में उनका टिकट काट दिया गया। उनकी जगह समाजवादी पार्टी ने महिला प्रत्याशी को चुनावी मैदान में उतारने का फैसला लिया।
आजम खान खेमे से उतारी गई महिला प्रत्याशी
मुरादाबाद लोकसभा सीट को लेकर समाजवादी पार्टी ने एक सूची को जारी किया था जिसमें उन्होंने अपनी उम्मीदवार वर्तमान में मौजूद सांसद एसटी हसन पर भरोसा जताया था और उन्हें एक बार फिर से टिकट देकर चुनाव लड़ने के लिए आशीर्वाद दिया था। अचानक से पार्टी में चल रहे घमासान को लेकर उनके टिकट पर रोक लगा दी गई। लेकिन उससे पहले ST हसन ने अपना नामांकन दाखिल कर दिया था। फिर बाद में पता चला कि समाजवादी पार्टी ने उनका टिकट काट दिया है और उनकी जगह आजम खान खेमे से रुचि वीरा को चुनावी मैदान में उतारने का फैसला कर लिया। एसटी हसन ने भी रूचि वीरा का नाम सामने आने के बाद अपने नामांकन वापस लेने का भी फैसला कर लिया।
एसटी हसन ने सपा से पूछा सवाल
समाजवादी पार्टी के वर्तमान में मौजूद सांसद एसटी हसन ने अपना टिकट कटने के मामले में समाजवादी पार्टी से किए गए नामांकन को वापस लेने का फैसला कर लिया है। उन्होंने इस मामले में समाजवादी पार्टी के नेताओं से पूछा है कि जब एक बार आपने टिकट दे दिया था तो दोबारा से टिकट वापस लेने का क्या मतलब रहा। इस मामले में तो समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी बेहतर बता सकते हैं। वहीं उन्होंने कहा कि यह तो सपा का फैसला है किसको चुनाव लड़ाना है और किसको चुनाव नहीं लड़ाना है। लेकिन अनुमान लगाया जा रहा है कि एसटी हसन को टिकट देने को लेकर आजम खान खेमा काफी नाराज था और हो सकता है इसी नाराजगी को दूर करने को लेकर एसटी हसन का टिकट काटा गया हो।