Fact Check: योगी आदित्यनाथ ने पीएम मोदी को गिफ्ट की धीरेंद्र शास्त्री की तस्वीर! जानें वायरल तस्वीर के पीछे का सच

Ankit Singh

By Ankit Singh

Updated on:

सोशल मीडिया पर हाल ही में योगी आदित्यनाथ और पीएम मोदी की एक तस्वीर जमकर वायरल हो रही है, जिसमें सीएम योगी प्रधानमंत्री मोदी को धीरेंद्र शास्त्री की तस्वीर भेंट करते नजर आ रहे हैं।

दरअसल, इस तस्वीर को एक फेसबुक यूजर नेतराम आदिवासी ने अपने हैंडल पर शेयर किया है और साथ ही लिखा है, “देखकर अनदेखा क्यों करते हो”

गौरतलब है कि धीरेंद्र शास्त्री बाघेश्वर धाम धार्मिक स्थल के पीठाधीश है और आए दिन सोशल मीडिया पर उनके कई बयान वायरल होते रहते हैं, जो किसी धर्म विशेष के खिलाफ होते हैं। साथ ही धीरेंद्र शास्त्री सनातन धर्म के बहुत बड़े समर्थक हैं, जिसके कारण उनकी फैन फॉलोइंग भी काफी ज्यादा है। ऐसे में उनकी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होती ही रहती है।

हालांकि सीएम योगी का पीएम मोदी को धीरेंद्र शास्त्री की तस्वीर गिफ्ट करना सुनने में ही काफी अटपटा लग रहा है। ऐसे में टूडे समाचार की टीम ने जब इस तस्वीर की पड़ताल की तो पता चला कि ये तस्वीर एडिटेड है। दरअसल, रियल तस्वीर में सीएम योगी ने पीएम मोदी को राम-सीता और लक्ष्मण की मूर्ति भेंट कर रहे हैं, जिसे धीरेंद्र शास्त्री की तस्वीर से रिप्लेस कर एडिट कर दिया गया है।

फैक्टचेक

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि टूडे समाचार ने जब इस मामले की पड़ताल की और इस तस्वीर से जुड़े कीवर्डस के बिनाह पर छानबीन की तो गूगल पर ऐसी कोई तस्वीर नहीं मिली। इसके साथ ही जब इस तस्वीर को रिवर्स सर्च किया गया, तो हमारी टीम को मूल तस्वीर के साथ ही न्यूज 18 इंडिया और क्विंट जैसे विख्यात चैनलों की रिपोर्ट मिली, जिनपर 3 जून 2022 की तारीख दी हुई थी।

साथ ही इस मूल तस्वीर में सीएम योगी प्रधानमंत्री मोदी को धीरेंद्र शास्त्री की तस्वीर नहीं बल्कि सीता-राम-लक्ष्मण की मूर्तियां देते नजर आ रहे हैं। छानबीन में आगे हमें पता लगा कि ये तस्वीर यूपी में 3 जून 2022 को आयोजित तीसरी यूपी इनवेस्टर्स समिट के दौरान ली गई थी और इसी दौरान सीएम योगी ने पीएम मोदी को राम-सीता-लक्ष्मण की मूर्तियां भेंट के तौर पर दी थी।

गौरतलब है कि टूडे समाचार की पड़ताल के बाद अब ये साफ हो गया है कि सोशल मीडिया पर सीएम योगी द्वारा पीएम मोदी को धीरेंद्र शास्त्री की दी जा रही तस्वीर पूरी तरह से एडिटेड है।

Ankit Singh

Verify information accuracy with fact-checking: scrutinize claims, cross-reference sources, and confirm data to ensure reliability and combat misinformation.