आगरा से दिल्ली के लिए निकले यमुना एक्सप्रेसवे पर रोजाना हजारों की संख्या में गाड़ियां निकलती हैं। यहां लोग आरामदायक सफर के लिए वाहन चलाते हैं लेकिन कभी-कभी गलतियां कर जाते हैं जिसकी वजह से उन्हें हादसों का शिकार होना पड़ता है।
नींद की झपकी और ओवर स्पीड के वजह से होते हैं हादसे
अक्सर देखा जाता है की दुर्घटनाओं के मामले ज्यादातर हाई स्पीड या फिर नींद की झपकी आने की वजह से होते हैं। वहीं अगर आगरा से दिल्ली के लिए जाने वाले यमुना एक्सप्रेसवे की बात की जाए तो यहां भी काफी एक्सीडेंट के मामले दर्ज किए गए हैं। यहां एक रिपोर्ट दर्ज की गई है जिसमें बताया गया है कि 2012 से 2023 तक अभी तक जितने हादसे हुए हैं उनका आंकड़ा निकलकर सामने आया है। इस आंकड़े में पता चला है कि अभी तक इस एक्सप्रेसवे पर 7,625 हादसे हुए। जिनमें झपकी लगने के कारण हुए 3,364 और ओवर स्पीड के कारण 1,304 हादसे थे। इस अवधि में सभी हादसों में 1,320 लोगों की मौत हुई। जिसमें से 522 लोगों की मौत झपकी आने से हुई और 201 लोगों की मौत ओवर स्पीड के कारण हुई। अगर इन मौत के आंकड़ों को देखा जाए और उनके ओस्तन आंकड़े निकल आये तो 4 दिन में एक व्यक्ति की मौत का आंकड़ा निकल कर सामने आ रहा है।
एक्सप्रेसवे के अधिकारी ने दी जानकारी
यमुना एक्सप्रेसवे पर हुए हादसों के बारे में वरिष्ठ अधिवक्ता के द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया है कि 12 सालों में इस एक्सप्रेसवे पर जितने भी हादसे हुए हैं इन हादसों में सबसे ज्यादा मामले नींद की झपकी आने से हुए हैं। वही लगातार लोगों को हमारे तरफ से जागरूक किया जाता रहा है कि अगर आप वहां चलाएं तो ओवर स्पीड पर ना चलाएं अगर आपको लगता है कि आपको नींद आ सकती है तो आप थोड़ा रेस्ट कर ले और उसके बाद ही वाहन चलाएं। अगर आप इन बातों पर अमल नहीं करते हैं तो आप अमूमन दुर्घटनाओं का शिकार हो सकते हैं। ऐसे में जब भी आप वाहन को चलाएं तो नियमों का पालन करें और थोड़ा रेस्ट होकर अपने वाहन को चलाएं तो बेहतर होगा।