22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के बाद से ही रोज लाखों की तादाद में श्रद्धालु अयोध्या के राम मंदिर पहुंच रहे हैं। चारों तरफ सिर्फ राम मंदिर की ही चर्चा है। ऐसे में इस बीच अब हाल ही में सोशल मीडिया पर योगी आदित्यनाथ की तस्वीर के साथ दावा किया जा रहा है कि सीएम योगी ने ऐलान कर दिया है कि राम मंदिर के 14 किलोमीटर के दायरे में एससी/एसटी/ओबीसी समाज के लोग पैर में चप्पल पहन कर नहीं चलेंगे, बल्कि नंगे पैर रहेंगे।
क्या है वायरल?
बता दें कि Ranjeet Kumar Yadav नाम के फेसबुक यूजर ने इस पोस्ट को शेयर किया है और योगी आदित्यनाथ की तस्वीर का इस्तेमाल करते हुए लिखा है, “उत्तर प्रदेश अयोध्या राम मंदिर के 14 किलोमीटीर के दायरे में SC/ST/OBC समाज के लोग पैर में चप्पल पहन कर नहीं चलेंगे, बल्कि नंगे पैर रहेंगे।”
इस पोस्ट पर भरोसा करते हुए कई अन्य यूजर्स भी समान दावे के साथ इस पोस्ट को शेयर कर रहे हैं।
हालांकि टूडे समाचार ने अपनी पड़ताल में इस दावे को भ्रामक पाया है। ये वायरल पोस्ट पूरी तरह से झूठ है, क्योंकि योगी आदित्यनाथ की तरफ से ऐसी कोई भी घोषणा नहीं की गई है।
फैक्टचेक
टूडे समाचार ने सबसे पहले अपने पड़ताल की शुरूआत करते हुए इस वायरल पोस्ट से संबंधित कीवर्ड्स को गूगल पर ढूंढना शुरू किया। हालांकि इस दौरान हमें वायरल पोस्ट से जुड़ी कोई खबर नहीं मिली।
इस दौरान हमारी टीम ने सीएम योगी आदित्यनाथ के सोशल मीडिया हैंडल्स को भी खंगाला, लेकिन वहां से भी वायरल पोस्ट से जुड़ी कोई जानकारी मिल नहीं पाई। ऐसे में आखिरकार हमने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मीडिया एडवाइजर मृत्युंजय कुमार से संपर्क किया और उनसे वायरल पोस्ट के बारे में पूछा तो उन्होंने इसे पूरी तरह से फर्जी बताया।
ऐसे में टूडे समाचार की इस पड़ताल से ये साबित हो गया कि योगी आदित्यनाथ के नाम से किया गया दावा पूरी तरह से फर्जी है। सीएम योगी की तरफ से ऐसा कोई ऐलान जारी नहीं किया गया है।