कुछ समय पहले बिहार के पटना में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) द्वारा ‘जन विश्वास रैली’ निकाली गई थी, जिसकी कई तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई थीं। अब इस बीच इस रैली से जोड़कर कुछ पुरानी तस्वीरों और एडिटेड तस्वीरों को सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है और साथ ही दावा किया जा रहा है कि ये तस्वीर ‘जन विश्वास रैली’ की ही है।
क्या है वायरल?
बता दें कि Shirish Mavchi (आर्काइव लिंक) नाम के फेसबुक यूजर ने इस तस्वीर को अपने हैंडल पर शेयर किया है और साथ ही कैप्शन में लिखा है, – “भाजपा की गोद में बैठी मिडिया आपको यह जन विश्वास महारैली की तस्वीर नही दिखाएगी।
लाइक शेयर करके आगे पहुंचाए।
जनविश्वास_महारैली”
एक अन्य फेसबुक यूजर ‘दूदू ज़िला‘ (आर्काइव लिंक) ने दो तस्वीरें शेयर करते हुए उनको जन विश्वास रैली का बताया। इस पोस्ट पर भरोसा करके कई अन्य यूजर्स भी इस तस्वीर को समान दावे के साथ शेयर कर रहे हैं।
हालांकि टूडे समाचार ने अपनी पड़ताल में पाया है कि शेयर की गई तस्वीरें ‘जन विश्वास रैली’ की हैं ही नहीं, बल्कि ये इनमें से एक तस्वीर अगस्त 2017 को पटना में हुई राजद की रैली की है, जबकि दूसरी तस्वीर एडिटेड है। ऐसे में इन दोनों ही तस्वीरों का ‘जन विश्वास रैली’ से कोई रिश्ता नाता नहीं है।
फैक्टचेक
बता दें कि टूडे समाचार की टीम ने इन दोनों ही वायरल तस्वीरों को अलग-अलग करके सर्च किया।
पहली तस्वीर
सबसे पहले हमने पहली तस्वीर को लेकर छानबीन की। इस तस्वीर को हमने गूगल रिवर्स इमेज टूल की मदद से सर्च किया तो इस दौरान हमें The Times of India के फेसबुक पेज (आर्काइव लिंक) पर सेम तस्वीर मिली, जिसे 27 अगस्त 2017 को शेयर किया गया था। इस पोस्ट में दी गई जानकारी के अनुसार ये तस्वीर अगस्त 2017 में पटना में आयोजित राजद की रैली की है।
ऐसे में इस तस्वीर की पड़ताल से ये तो साफ हो गया है कि ये तस्वीर फिलहाल की है ही नहीं, बल्कि लगभग साढ़े 6 साल पुरानी है। इस तस्वीर का ‘जन विश्वास रैली’ से कोई लेना देना ही नहीं है।
दूसरी तस्वीर
पहली तस्वीर के बाद दूसरी तस्वीर को भी हमने गूगल लेंस की मदद से ही सर्च किया। इस दौरान हमें द वायर की एक खबर मिली, जिसे 27 अगस्त 2017 को प्रकाशित किया गया था। इस रिपोर्ट में इस तस्वीर को एडिटेड बताया गया है। साथ ही इस खबर के अनुसार, खबर के मुताबिक, पटना में विपक्षी गठबंधन के नेता रैली में शामिल हुए। इसमें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, जदयू नेता शरद यादव, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव शामिल हुए। इस रैली को लेकर लालू यादव ने एक तस्वीर पोस्ट की। बाद में पता चला कि लालू यादव ने रैली में भीड़ की एडिटेड तस्वीर पोस्ट की है।
वहीं इस पड़ताल के दौरान हमें सेम तस्वीर Shamsheer Ahmed नाम के फेसबुक यूजर के प्रोफाइल पर भी मिली। इस तस्वीर को भी 28 अगस्त 2017 को अपलोड किया गया था।
इसके अलावा ANI के आधिकारिक एक्स हैंडल पर भी हमें समान तस्वीरें मिली, लेकिन इन तस्वीरों में भीड़ काफी कम नजर आ रही थी। जबकि वायरल तस्वीर में भीड़ की मात्रा ज्यादा नजर आ रही है।
ऐसे में अंत में हमने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए पटना में दैनिक जागरण के पत्रकार आशीष शुक्ल से संपर्क किया और उसने दोनों तस्वीरों के बारे में जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने भी हमें बताया कि, पहली तस्वीर पुरानी है, जबकि दूसरी फोटो एडिटेड है।
ऐसे में टूडे समाचार की इस पड़ताल से ये साफ हो गया कि सोशल मीडिया पर वायरल की जा रही दोनों ही तस्वीरों का ‘जन विश्वास रैली’ से कोई लेना-देना नहीं है। इसमें से पहली तस्वीर लगभग साढे 6 साल पुरानी है, जबकि दूसरी तस्वीर एडिटेड है।