जब बारिश के कारण बाहर आकर तैरने लगी 2400 साल पुरानी ममी, फिर क्या हुआ...

 
जब बारिश के कारण बाहर आकर तैरने लगी 2400 साल पुरानी ममी, फिर क्या हुआ...

रिपोर्ट : प्राची गुलियानी

नई दिल्ली : साल 2020 की शुरूआत के साथ ही चौंकाने वाली ढेरों घटनाएं सामने आ चुके है। चाहे वह कोरोना हो या चीन की छल नीति या फिर बाढ़। इसी बीच एक घटना जयपुर से सामने आई है। यहां 14 तारिख को जोरदार बारिश के कारण पहली बार अल्बर्ट हॉल म्यूजियम में पानी भर गया। म्यूजियम में 4 फीट तक पानी भर गया था। बारिश इतनी जोरदार थी कि इसने 400 साल पुरानी ममी को भी अपनी जगह से हटवा दिया था। आपको बता दें कि यह बारिश का पानी म्यूजियम के बेसमेंट में 4 फीट तक पहुंच गया था जहां 4 फीट की ऊंचाई पर एक कांच की गैलरी में 2400 साल पुरानी ममी को रखा हुआ था।

बता दें कि पानी से ममी को बचाने के लिए उसे सुरक्षित बाहर निकाला गया। इस बात को लेकर अल्बर्ट हॉल के अधीक्षक डॉ. राकेश छोलक ने बताया कि केवल पानी और ममी के बीच 4-5 इंच का फासला रह गया था, तेज बारिश के कारण म्यूजियम में पानी भर गया। ऐसे में अगर 5 मिनट की देरी हो जाती तो ममी पानी में डूब जाती और इस नुकसान की कभी भरपाई नहीं हो पाती, लेकिन समय रहते कांच तोड़कर ममी को बाहर निकाल लिया गया।

आपको बता दें कि यह ममी मिस्र से लाई गई थी, इस ममी को 130 साल से भी ज्यादा समय हो गए है। बता दें कि ऐसा पहली बार हुआ है जब इसे बाक्स से बाहर निकालकर जमीन पर रखा गया। इसके अलावा उसी दिन पुरातत्व विभाग के हेड ऑफिस में भी 5 फीट तक पानी भर गया था। पानी भरने के कारण सैकड़ों फाइलें भीग गईं। जिसके बाद से लगातार चार दिन से अधिकारी एक-एक फाइल को सुखाने की कोशिश कर रहे है।

130 साल पुरानी ममी

यह ममी मिस्र से मिस्र के प्राचीन नगर पैनोपोलिस के अखमीन इलाके से 2300 साल पहले लाई गई थी, इस ममी तूतू नाम की महिला की है। यह 322 से 30 ईसा पूर्व के टौलोमाइक युग की है। जिसे 130 साल पहले भारत लाया गया था। ममी को साल 2017 अप्रैल के महीने में जयपुर के अलबर्ट हॉल के बेसमेंट में शिफ्ट किया गया था। 

टूरिस्ट की एंट्री बंद, करोड़ो का नुकसान

बारिश से सैकड़ों फाइलें भीगने को लेकर पुरातत्व विभाग के डायरेक्टर प्रकाश चंद्र शर्मा ने बताया कि बारिश के कारण ऑफिस में 5 फीट तक पानी भर गया था। जिस कारण अनेक विभागों की सैंकड़ों फाइल भीग गई। फाइलों भीगने के साथ लैपटॉप, प्रिंटर, कंप्यूटर भी खराब हो गए है। भीगी हुई सैकड़ों फाइलें 4 दिन से सुखाया जा रहा है। जिस कारण अभी 7 दिन के लिए टूरिस्ट की एंट्री बंद कर दी गई है। जिसे करीब 2-3 करोड़ रुपए के नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है।

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