देखें Video, जब नई कार को 30 मीटर की ऊंचाई से गिराया गया

रिपोर्ट- रितिका आर्या
कार कंपनी Volo ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है। जिसमें एक ब्रांड न्यू कार को पहले तो क्रेन की मदद से 30 मीटर की ऊंचाई पर लटकाया जाता है और फिर नीचे गिरा दिया गया। कंपनी के शेयर किए गए इस वीडियो को अब काफी देखा जा रहा है साथ ही लोग इस कंपनी की तारीफें भी कर रहें हैं।
We wanted to help our Emergency Services develop new methods of extracting people after severe accidents, but our regular crash tests weren't enough. So, we had to think of something a little more extreme.... #ForEveryonesSafety pic.twitter.com/fMGF1A4HtU
— Volvo Car UK (@VolvoCarUK) November 13, 2020
दरअसल, एक कार कंपनी Volo ने ग्राहको की सुरक्षा और कार की मजबूती को आजमाने के लिए पहले तो अपनी एक ब्रांड न्यू कार को क्रेन की सहायता से 30 मीटर की ऊंचाई पर लटकाया और उसे वहां से नीचे गिरा दिया। ब्रांड न्यू कार को क्रेन से नीचे गिराने के इस घटनाक्रम को कैमरे में कैद भी किया गया है। इस वीडियो को @VolvoCarUK के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से शेयर किया गया है जिसे अब सोशल मीडिया पर काफी देखा भी जा रहा है। इस वीडियो को देखने के बाद लोग कार कंपनी की तारीफें कर रहें हैं। जिस तरह से कंपनी की ओर से अपनी एक ब्रांड न्यू कार को क्रेन से गिराया गया वो लोगों को पसंद आ रहा है। क्रैन से कार को गिराने का वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, ‘हम अपनी आपातकालीन सेवाओं के लिए गंभीर दुर्घटनाओं के बाद लोगों को समय रहते निकालने के नए तरीके ईजाद करने में मदद करना चाहते थे। लेकिन हमारे नियमित क्रैश टेस्ट इसके लिए पर्याप्त नहीं थे। इसलिए हमें कुछ हटकर सोचना पड़ा…।’
कंपनी का कहना है कि सड़क पर होने वाले हादसे के समय कैसे पीड़ितों को तत्काल कार से बाहर निकाल उन्हें अस्पताल पहुंचाया जा सके। इसके लिए यह परीक्षण काफी जरूरी हो जाता है। इस क्रैश टेस्ट के आधार पर रेस्क्यू वर्कर्स सही तैयारी और बेहतर रणनीति बना सकेंगे। ताकि किसी भी तरह के हादसे की स्थिति से निपटा जा सके। आमतौर पर रेस्क्यू वर्कर्स की ट्रेनिंग के लिए दो दशक पुरानी गाड़ियां दी जाती हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, Volvo कंपनी क्रैश टेस्ट के लिए अब तक अपनी 10 ब्रांड न्यू कारों के परखचे उड़ा चुकी है! इस टेस्ट के दौरान कंपनी के इंजीनियर कार गिराने से पहले ये तय करते हैं कि गाड़ी को कितने प्रेशर और फोर्स के साथ गिराना चाहिए ताकि उसके डैमेज के लेवल की सटीक जानकारी लग सके।