लुटेरी दुल्हन की गज़ब की कहानी, 8 महीने में 6 शादी, भाई बना सौदागर

नई दिल्ली : लुटेरी दुल्हन की आपने तो ऐसी कहानियां सुनी होंगी, जिसमें दुल्हन अपने ससुराल को लूटकर चलता हो जाती है। लेकिन इस घटना में मामला कुछ और है, और कहानी कुछ और। आपको बता दें कि इस कहानी में भाई एक सौदागर है, जो सौदा करता है अपनी बहन का। वो भी ढ़ाई लाख रूपये में। जिसके बाद वह शख्स अपनी बहन का शादी कराता है। बता दें कि उस शख्स ने अभी तक अपनी बहन की 6 शादियां करा दी है। आपको बता दें कि इस घटना की पोल खुली एक मर्डर से, जिसमें उसने अपनी पती हत्या की।
गौरतलब है कि ये घटना सामने आईं मध्य प्रदेश के रतलाम में एक शख्स की हत्या से, जिसके बाद पुलिस की गुत्थी सुलझी इस महिला के पास, जिसने 8 महीने में 6 शादियां की। जिसमें प्रमुख राज्य राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश है। आपको बता दें कि मध्य प्रदेश पुलिस को सैलाना में 7 दिन पहले महेंद्र पिता मोतीलाल कलाल (29) निवासी बांसवाड़ा की लाश मिली थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने अपना खुफिया तंत्र और साइबर सेल एक्टिव किया। इस दौरान पुलिस को आरोपी मीनाक्षी के पिता से मिले मोबाइल नंबर की लोकेशन ग्राम बरोली, इंदौर में पाई गई।
जिसके बाद पुलिस ने मीनाक्षी को अपने हिरासत में ले लिया। मीनाक्षी ने पुलिस को बताया कि वह तीन साल पहले अपने पति को छोड़ने के बाद माता-पिता के साथ रह रही थी। इस दौरान मीनाक्षी का अपने परिजनों से भी झगड़ा हो गया और उनसे भी अलग रहने लगी थी। इस बीच मीनाक्षी की मुलाकात उत्तर प्रदेश निवासी पुष्पेंद्र दुबे नामक युवक से हुई जो शादी कर ठगी करने के मामले में मीनाक्षी का भाई गजेंद्र पुरोहित बनकर मृतक के परिवार से मिला था।
मीनाक्षी ने बताया कि उसे एक शादी के 10 हजार रुपये मिलते थे। वह अबतक 8 महीने में 6 शादियां कर चुकी है। जिसमें प्रमुख राजस्थान, गुजरात, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश के कई क्षेत्र है। उसने बताया कि 28 जुलाई की रात सारिका उर्फ़ संगीता नामक महिला, उसका पति बन करकर आया युवक और गजेंद्र, महेंद्र के घर पहुंचे और परिवार में किसी सदस्य के बीमार होने का बोलकर मीनाक्षी को ले जाने लगे। इस दौरान महेंद्र को शंका हुई और उसने भी साथ आने की जिद्द की।
उसके बाद सभी लोग महेंद्र के साथ इंदौर के लिए निकल गए। रास्ते में महेंद्र को अपने साथ हुए धोखे का अंदाजा हो गया था। इस बात को लेकर सभी लोग महेंद्र से विवाद करने लगे और हाथापाई शुरू हो गई। इसके बाद गजेंद्र टोल नाका पार कर महेंद्र को गाड़ी से बाहर धक्का देकर अपने साथियों के साथ वैन लेकर भाग गया। अपने धोखे से हताश महेंद्र ने कुछ दूरी पर स्थित एक पेड़ पर अपनी शर्ट का फंदा बनाकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस को पहले शंका थी कि युवक की हत्या कर पेड़ पर लटकाया गया था लेकिन पोस्टमॉर्टम और घटना वाले स्थान पर फांसी पर लटकने के लिए लगाए पत्थरों के आधार पर आत्महत्या की पुष्टि की गई।
आपको बता दें कि इस मामले को लेकर रतलाम पुलिस ने आरोपी मीनाक्षी को सदर थाना बांसवाड़ा महिला पुलिस के हवाले कर दिया है जहां मीनाक्षी और मैरिज ब्यूरो संचालक मुकेश जोशी के खिलाफ आईपीसी की धारा 365 तहत मामला दर्ज कर लिया है।