माता-पिता से झगड़े के बाद घर से भागी लड़की, घर पहुंचाने का वादा कर 22 दिनों तक किया गैंगरेप, फिर...

 
माता-पिता से झगड़े के बाद घर से भागी लड़की, घर पहुंचाने का वादा कर 22 दिनों तक किया गैंगरेप, फिर...

नई दिल्ली : अक्सर आपने देखा होगा कि माता-पिता के साथ जब भी किसी बच्चे का झगड़ा होता है, तो वह कुछ ऐसा कदम उठा लेता हैं जो उस पर ही भारी पड़ता है। फिर बाद में किसी तरह उसके परिजन उसे वापस लाते हैं, या उसे समझाते है। ठीक ऐसा ही मामला ओडिशा के कटक से आया है, जहां एक 17 वर्षीय लड़की को अपने माता-पिता से झगड़ा कर भागना भारी पड़ गया।

गौरतलब है कि ओडिशा के कटक में एक 17 वर्षीय लड़की का अपने माता-पिता से अनबन करना भारी पड़ गया, जब वह अपने घर से भागी तो उस वक्त किसी एक व्यक्ति ने कथित तौर पर उसे अगवा कर लिया। इसके बाद उस शख्स ने 22 दिनों तक उसका गैंगरेप किया। खबरों की मानें तो ओएमपी स्क्वायर पर बस स्टेशन के पास एक व्यक्ति ने उस लड़की को घर पहुंचाने का वादा कर अगवा कर लिया लेकिन उस शख्स ने उस लड़की को घर पहुंचाने के बजाये चौलीगंज थाना क्षेत्र के गातिरौतपटना गांव में मुर्गी फार्म में ले गया और उसे 22 दिनों तक जबरदस्ती एक कमरे में कैद करके रखा। इस दौरान दो लोगों ने खेत में उसके साथ बार-बार बलात्कार किया।

अधिकारियों ने बताया कि लड़की को उस वक्त बचा लिया गया जब स्थानीय लोगों ने इस बाबत पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने छापेमारी कर उस लड़की उन दोनों युवकों के चंगुल से बाहर निकाला । हालांकि इस दौरान एक शख्स पुलिस की गिरफ्त में आ गया, जबकि दूसरा अब भी फरार चल रहा है।

कटक शहर के पुलिस उपायुक्त प्रतीक सिंह ने बताया कि, "आरोपी के फरार दोस्त को पकड़ने के लिए एक पुलिस टीम बनाई गई है।" वहीं लड़की को जिला बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के समक्ष पेश किया गया, जहां से उसे अनाथालय भेज दिया गया।

आपको बता दें कि इस घटना के बाद राज्य में विपक्षी पार्टी बीजेपी और कांग्रेस ने इस मामले को लेकर तीखी आलोचना की और राज्य में बीजेडी सरकार पर तीखा हमला किया। बीजेपी की राज्य महासचिव लेखीश समरसिंघर ने नवीन पटनायक सरकार पर महिलाओं की सुरक्षा और सुरक्षा सुनिश्चित करने में विफल रहने का आरोप लगाया है।

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