सोते हुए पिता पर बेटियों ने किया चाकू और हथौड़े से हमला, हुई मौत किया पुलिस को फोन

 
सोते हुए पिता पर बेटियों ने किया चाकू और हथौड़े से हमला, हुई मौत किया पुलिस को फोन

नई दिल्ली: अभी तक आपने कलयुग बेटे, मां और पिता की खबर सुनी और देखी होगी, लेकिन अब एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने बेटियों को भी कलयुगी साबित कर दिया। गौरतलब है कि आज से बहुत समय पहले एक खबर सामने आई थीं, जिसमें एक बेटी ने अपने पिता को जिंदा रखने के लिए अपना ही दूध पिलाया था। वहीं इस खबर से अलग यहां तीन बेटियों ने अपने पिता की चाकू और हथौड़े से हमले कर हत्या कर दी।

आपको बता दें कि यह खबर रूस की है। जहां करीब ढाई साल पहले इस घटना को अंजाम दिया गया था, जिसे कई लोग सहीं तो कई गलत मानते है। रूस में काफी लोगों का मानना है कि बहनों ने जो किया उसके पीछे ठोस वजहें थीं और उन्होंने खुद के बचाव में ऐसा किया, लेकिन कई लोगों की नजर में यह हत्या सोच समझकर बदले की भावना से की गई थी।

बीबीसी की खबर के मुताबिक, करीब 3 साल से पिता अपनी बेटियों को पीटा करते थे, कई माध्यमों से टॉर्चर करते थे, बेटियों को कैदी की तरह रखते थे और उनके साथ यौन दुर्व्यवहार भी हुआ करता था।   घटना के वक्त एंजेलिना 18 साल की थीं, लेकिन मारिया (17) और क्रिस्टिना (19) नाबालिग थीं। पिता के साथ तीनों बहनें मॉस्को के एक फ्लैट में रहा करती थीं। वहीं, बहनों के साथ-साथ उनकी मां भी पिता के हाथों घरेलू हिंसा का शिकार हो चुकी थीं। 27 जुलाई 2018 को बहनों ने पिता की हत्या कर दी थी। तब उनकी मां साथ नहीं रह रही थीं। पिता ने अपनी बेटियों को मां से मिलने से भी रोक रखा था।

आपको बता दें कि घरेलू हिंसा के तमाम सबूतों के बावजूद तीनों बहनों पर हत्या का आरोप लगाया गया। जिसके बाद कोर्ट ने सुनवाई के दौरान तीनों बहनों को जमानत दे दी। हालांकि इस दौरान कोर्ट ने कुछ शर्त भी रखें, जिसमें पहला कि वे पत्रकारों से बात नहीं कर सकतीं और न आपस में बात कर सकती हैं। वहीं, हत्या की दोषी साबित होने पर बहनों को 20 साल की जेल हो सकती है।

बता दें कि इन तीनों बहनों का मामला रूस में बहस के केंद्र में आ गया था। जिसमें तीन लाख से अधिक लोगों ने एक कैंपेन में शामिल होकर बहनों की रिहाई की मांग की थी। वहीं मानवाधिकार संगठनों ने बहनों को गुनहगार की जगह पीड़ित बताया था। इसके साथ ही रूसी कानून में बदलाव की मांग भी उठी थी।

आपको बता दें कि अभी इस मामले में पूरी तरह से निर्णय आना बाकी है।

From around the web