10 फीट के मगरमच्छ को मारकर खा गए लोग, छोटे-छोटे टुकड़ों में ....

 
10 फीट के मगरमच्छ को मारकर खा गए लोग, छोटे-छोटे टुकड़ों में ....

नई दिल्ली : आप में से बहुत से लोग शाकाहारी होंगे तो कुछ मांसाहारी भी होंगे। लोग अपनी पसंद और स्वाद के मुताबिक चीजें खाना पसंद करते हैं लेकिन क्या कोई मगरमच्छ को भी खा सकता है, तो आप कहेंगे, हां खाने के लिए तो लोग कुछ भी खा सकते है, क्योंकि जब पेट भूखा होता है, तो दिमाग पर भी कुछ नहीं सूझता। अब आप सोच रहे होंगे की हम ऐसी बातें क्यों कर रहे हैं तो बता दें कि, ओडिशा के एक गांव से ऐसे ही हैरान करने वाली घटना सामने आई है। यहां मलकानगिरी जिले के कई गांव में एक मगरमच्छ को लोगों ने पहले तो पकड़ा और बाद में उसे मारकर खा भी लिया।

इस हैरान कर देने वाली घटना की जब तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो वन विभाग और प्रशासन हरकत में आया। वन विभाग के अधिकारी मगरमच्छ मारने वाले लोगों की तलाश में जुट गए हैं। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, कलडापल्ली गांव के पोडिया ब्लॉक के पास साबेरी नदी है जहाँ से कुछ ग्रामीणों ने एक 10 फीट लंबा मगरमच्छ को आपने काबू में लिया और उसे रस्सी से बांधकर गांव ले आए।

इसके बाद लोगों ने इस खूंखार को पेड़ से उल्टा लटकाया और धारदार हथियार से उसकी जान ले ली। गांव वालों का मन जब इतने से ही नहीं भरा उन्होंने मगरमच्छ के पंजे काटे और फिर उसे छोटे-छोटे टुकड़ों में काट कर सारे गांव वालों में बांट दिया। सूत्रों की मानें तो यह भी कहा जा रहा है कि शिकार करने वालों ने मगरमच्छ को इसलिए मारा क्योंकि वो बार-बार गांव में घुस आता था और उनकी गाय-बकरियों को खा जाता था। यही नहीं, कई बार तो मगरमच्छ ने ग्रामीणों पर हमला तक किया।

मलकानगिरी के डिस्ट्रिक्ट फॉरेस्ट ऑफिसर प्रदीप देबीदास ने बताया कि कुछ ग्रामीणों द्वारा जब मगरमच्छ के शिकार कर उसे खाने की खबर मिली तो हमने रेंजर स्टाफ को कलडापल्ली गांव में भेजा लेकिन उन्हें मगरमच्छ के बॉडी पार्ट्स नहीं मिले। हम तीन टीम बनाकर मगरमच्छ का शिकार करने वाले लोगों की तलाश कर रहे हैं। जल्द ही हम उन्हें पकड़ लेंगे।

खबर लिखे जाने तक वन विभाग किसी को गिरफ्तार नहीं कर पाया है। फिलहाल फोटो के आधार पर आरोपियों की तलाश की जा रही है। बता दें कि मलकानगिरी नक्सल प्रभावित आदिवासी इलाकों में आता है। इसके पहले भी यहां इस तरह की घटनाएं सामने आ चुकी हैं।

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