मलेरिया के बुखार में इस बातों का रखें खास ख्याल, ये हैं बचाव के आसान उपाय

रिपोर्ट: रितिका आर्या
नई दिल्ली: मलेरिया मादा एनाफिलीज मच्छर के काटने से फैलने वाला एक संक्रामक रोग है। जो बरसात के मौसम में ज्यादा खतरनाक हो जाता है। बरसात के मौसम में मच्छरों के काटने की प्रक्रिया तेज हो जाती है जिससे हर साल कई लोग अपनी जान गवा देते हैं। इस संक्रामक बीमारी के लक्षणों की बात करें तो जब हम मादा एनाफिलीज मच्छर किसी व्यक्ति को काटती है तो उसे शरीर में बुखार, पसीना आना, सिर दर्द, उल्टी जैसे लक्षण नजर आते हैं। आज हम आपको बताएंगे कि इस वायरस से संक्रमित होने के दौरान आपको किन चीजों से परहेज करना चाहिए। किन चीजों को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए और कैसे आप अपने आपको इस बीमारी से सुरक्षित रख सकते हैं।
मलेरिया में किन चीजों से करें परहेज-
* संक्रमित होने पर ठंडे पानी से दूरी बना लें और ना ही ठंडे पानी से नहाए।
* इस वायरस से संक्रमित व्यक्ति को आम, अनार, अनानास, संतरा, लीची और खट्टे फलों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
* इस दौरान आपको गाजर, मूली, शिकंजी, दही जैसी चीजों से परहेज करना चाहिए।
* आपको मिर्च-मसाले या फिर अम्ल रस से बनी चीजों को भी नहीं खाना चाहिए।
* ऐसे में आपको बाहर का बना तला-भुना या मसालेदार खाना भी नहीं खाना चाहिए।
मलेरिया में क्या खांए?
मलेरिया के रोगी को सेब खाना चाहिए। पीपल का चूर्ण शहद में मिलाकर उसका सेवन करवाने से भी मलेरिया के बुखार में लाभ मिलता है। खिचड़ी, दलिया, साबूदाना पौष्टिक होने के साथ पचने में भी आसान होते हैं। इसका सेवन करने से फायदा मिलता है। जी मचलने पर नींबू काटकर उस पर काली मिर्च का चूर्ण या सेंधा नमक डालकर चूस सकते हैं। मलेरिया बुखार में अमरूद खाने से रोगी को लाभ मिलता है। तुलसी के पत्तों के साथ काली मिर्च को पानी में उबालने के बाद इस पानी को छानकर पीएं।
मलेरिया से बचाएंगी ये सावधानियां-
मच्छरों को घर के अंदर या बाहर पनपने से रोकें। इसके लिए अपने आस-पास सफाई का ध्यान रखें। ठहरे हुए पानी में मच्छर न पनपे, इसके लिए बारिश शुरू होने से पहले ही घर के पास की नालियों की सफाई और सड़कों के गड्ढे आदि भरवा लें।
घर के हर कोने पर समय-समय पर कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करवाते रहें। बारिश के मौसम में मच्छरों से बचने के लिए पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें. यदि कूलर का इस्तेमाल करते हैं तो उसकी सफाई का विशेष ध्यान रखें और दवा का छिड़काव करवाएं।