ठंड में बच्चों को बिल्कुल न दें ये चीजें, वरना होगा पछतावा

रिपोर्ट- रितिका आर्या
सर्दियों के मौसम में बुखार-जुखाम होना तो आम बात है। बात की जाएं बच्चों की तो ये आसानी से इन बीमारियों के चपेट में आ जाते हैं लेकिन अगर आपके घर में भी बच्चे हैं और आप उन्हें इन बीमारियों से बचाए रखना चाहते हैं तो आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि किन चीजों से बच्चों को दूर कर आप उन्हें बीमारियों से काफी हद तक बचा सकती हैं।
नमकीन और ऑयली चीजें- पशुओं से प्राप्त होने वाले मक्खन और ओमेगा 6 फैटी एसिड म्यूकस और सलाइवा बच्चों में मोटापे की शिकायत को बढ़ाता है। ऐसे में बच्चों को जितना हो सके ऑयली चीजें न ही खिलाएं। खाना पकाने के लिए भी एनिमल ऑयल की जगह वेजिटेबल ऑयल का इस्तेमाल करें।
कैंडीज- बच्चों को सिंपल शुगर से दूर ही रखना चाहिए। शरीर में शुगर की मात्रा अधिक होने पर सफेद रक्त कोशिकाएं कम हो जाती हैं जो की बिलकुल सही नहीं है। जो कोशिकाएं शरीर में संक्रमणों और बीमारियों से रक्षा करने का काम करती है। बच्चों में जब ये शुगर की मात्रा अधिक होती है तो बच्चों को वायरल और बैक्टीरियल इंफेक्शन हो सकता है। ऐसे में बच्चों को सोडा, कोल्ड ड्रिंक, कैंडीज, चॉकलेट, रिफाइंड अनाज और प्रोसेस्ड फूड ना दें।
मैयोनीज- मैयोनीज में हिस्टामाइन बहुत होता है। यह केमिकल शरीर को एलर्जी से लड़ने में मदद करता है लेकिन ठंड के मौसम में हिस्टामाइन राइस फूड खाने से म्यूकस बन सकता है। यह गले में परेशानियों का कारण बन सकता है। टमाटर, एवोकाडो, बैंगन, मैयोनीज, मशरूम विनेगर, छाछ, अचार में हिस्टामाइन होता है।
डेयरी प्रोडक्ट्स- पशुओं से मिलने वाला हर तरह का प्रोटीन सलाइवा और म्यूकस को मोटा करता है जिससे बच्चों काे निगलने में दिक्कत होती है। बच्चों को चीज, क्रीम और क्रीम बेस्ड सूप और डिप्स ना खिलाएं। अगर बच्चों के कफ बन रहा है तो खासतौर पर इन चीजों को नहीं देना चाहिए।
मीट- मीट में प्रोटीन बहुत होता है जो म्यूकस बनाने का काम करता है। इससे गले में परेशानी हो सकती है। प्रोसेस्ड मीट और अंडा तो बच्चों को सर्दी में बिल्कुल ना खिलाएं। अगर आप अपने बच्चे को मीट खिलाना ही चाहते हैं तो उसे फिश और ऑर्गेनिक मीट खिलाएं।