...गिरफ्तार होते ही थाने में आने लगा फोन, प्लीज मेरा नाम बताना

नई दिल्ली : सेक्स रैकेट को लेकर पुलिस लगातार बड़ी कार्रवाई कर रही है, जिससे इस रैकेट के पीछे बड़े चेहरों का नाम सामने आ सका। हालांकि इस रैकेट के पीछे ऐसे कई चेहरें होते है, जिनके नाम सामने नहीं आते। लेकिन इस मामले में पटना पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है, जिसमें उन्होंने इंजीनियर समेत 8 लोगों को गिरफ्तार किया है। मामला पटना के किदवईपुरी की है जहां पुलिस ने पहले जिस्मफरोशी के धंधे में संलिप्त दो लोगों को गिरफ्तार किया और फिर इनकी निशानदेही पर 6 और लोगों को गिरफ्तार किया।
बता दें कि इस मामले का खुलासा करने के लिए पहले पुलिस ने एक योजना तैयार की, जिस दौरान इनके एक अधिकारी ने कस्टमर बनकर एक महिला दलाल से बात की, और ये यकीन दिलाया की वे एक कस्टमर है। जिसके बाद डील पक्का होने पर इन्हें तय स्थान पर लड़कियों से मिलने के लिए बुलाया गया। इसी दौरान इन्होंने पहले से तय योजना के अनुसार छापे मारकर एक इंजीनियर समेत 8 लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
इसी दौरान पुलिस के पकड़ में आई एक लड़की की मोबाईल पर लगातार कॉल आ रहें थे, जिसमें ये रिक्वेस्ट की जा रही थी की वे उस शख्स का नाम ना बताये। सभी नंबर कोड वर्ड में Save थे, जिस कारण पुलिस उस शख्स को नहीं पहचान सकीं। बता दें कि पुलिस ने इस मामले में कोलकाता और फुलवारीशरीफ की तीन सेक्स वर्कर और उनकी महिला दलाल को चार अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार किया है, जो पटना के बोरिंग रोड समेत कई इलाकों में जिस्मफरोशी का धंधा चलाते थे।
आपको बता दें कि पुलिस ने इस छापेमारी के दौरान इन सबका मास्टरमाइंड आलोक नामक एक शख्स को गिरफ्तार किया है, जो पेशे से मैकेनिकल इंजीनियर है। गिरफ्तार इंजीनियर ने बताया कि नौकरी छोड़कर वह सरकारी परीक्षा की तैयारी कर रहा था। इसी दौरान उसने अपना नंबर एक एडल्ट वेबसाइट पर दर्ज करवा लिया जिसके बाद उसे फोन आने लगे और संपर्क बढ़ता गया। आरोपी इंजीनियर के साथ पुलिस ने कोलकाता से आई सेक्स वर्कर को भी गिरफ्तार कर लिया।
आपको बता दें कि ये लोग सेक्स रैकेट के जरिये गूगल पे या फिर पेटीएम के जरिए 7 हजार से लेकर 45 हजार तक की मोटी रकम वसूलते थे।