क्या आप भी है मुंह की बदबू से परेशान, जानें कैसे पाएं छुटकारा

 
क्या आप भी है मुंह की बदबू से परेशान, जानें कैसे पाएं छुटकारा

रिपोर्ट- रितिका आर्या

बदबूदार सांसो की समस्या ज्यादातर लोगों को परेशान करती है। इसके कारण कई बार आपको जिल्लत का भी सामना करना पड़ता है। कई बार तो ये दुर्गंध इतनी तेज होती है कि दूसरे व्यक्ति से बात करना तक मुश्किल हो जाता है। अगर आप भी इन्ही परेशानियों से जुझ रहे हैं और इनसे छुटकारा पाना चाहते हैं तो आज हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसे आसान उपाय जिनमें आप इस परेशानी से छुटकारा पा सकते हैं।

कारण और उपाय

आपकी जीभ- सांसों से बदबू आने का एक कारण जीभ पर मौजूद बैक्टीरिया भी होते हैं। ऐसे में ये जरूरी है कि ब्रश करने के साथ ही जीभ की भी रोज सफाई हो। जीभ की सफाई के लिए प्लास्टिक की बजाय मेटल के टंग क्लीनर का इस्तेमाल करना चाहिए। इससे न सिर्फ आपकी जीभ साफ रहेगी बल्कु मुंह से बदबू की भी समस्या नहीं रहेगी।

सर्दी-जुकाम- जुकाम या ब्रोंकाइटिस की वजह से भी सांसों से बदबू आने की समस्या हो जाती है। ये बैक्टीरिया जुकाम के दौरान बनने वाले बलगम में शामिल होते हैं। जब नाक बंद होने पर व्यक्ति मुंह से सांस लेते हैं तो ऐसे में मुंह सूखने लगता है और सांसों से बदबू आने की परेशानी होने लगती है।

सूखे मेवे- कुछ सूखे मेवे बहुत मीठे होते हैं जिन पर बैक्टीरिया आसानी से आ जाते हैं। जैसे 1/4 कप किशमिश में 21 ग्राम चीनी होती है, सूखे खुबानी की समान मात्रा में 17 ग्राम चीनी होती है। हालांकि, इनमें प्राकृतिक मिठास होता है जो शरीर को फायदा पहुंचाते हैं। कई सूखे मेवे चिपचिपे होते हैं और दांतों के बीच में फंस जाते हैं। इसकी वजह से सांसों से बदबू आने लगती है। सूखे मेवे खाने के कुछ देर बाद ब्रश जरूर करें।

अल्कोहल- अल्कोहल का सेवन करने से मुंह से बहुत ज्यादा बदबू (Bad Breath) आती है। लिक्विड होने के बावजूद शराब पीने के बाद मुंह सूख जाता है और इसकी वजह से बैक्टीरिया बनने लगता है। मेडिकल भाषा में कहा जाए तो इन बैक्टीरिया की वजह से हैलिटोसिस (Halitosis) यानी मुंह से दुर्गंध आने लगती है। इसके अलावा, कॉफी, मसालेदार खाना और सिगरेट की वजह से भी मुंह सूखता है। मुंह सूखने की वजह से सोते समय लार नहीं बन पाता है जिसकी वजह से सांसों की बदबू आने लगती है।

लो कार्ब डाइट- लो कार्ब डाइट और ज्यादा प्रोटीन लेने वालों के मुंह से अक्सर बदबू आती है। इसकी वजह ये है कि इस तरह की डाइट में फैट बर्न करने की जो प्रकिया होती है, वो कीटोन नाम का यौगिक बनाती है। कीटोन की वजह से सांस से बदबू आती है। इसके लिए अच्छा होगा कि आप थोड़ी-थोड़ी देर में च्विंगम चबाते रहें।

दवाएं- एंटीडिप्रेसेंट और एलर्जी सहित 400 से अधिक दवाएं ऐसी हैं जो मुंह में लार के प्रवाह को रोकती हैं। ये लार मुंह से बैक्टीरिया को दूर रखता है। अगर आप इस तरह की कोई दवा ले रहे हैं तो अपने लिक्विड की मात्रा बढ़ाएं। खूब पानी पिएं। आप बिना शुगर वाला च्विंगम भी चबा सकते हैं। मुंह को हमेशा साफ रखें।

टॉन्सिल स्टोन- टॉन्सिल स्टोन बैक्टीरिया, खाने के छोटे कणों, मृत कोशिकाओं, और बलगम से बने होते हैं। ये आपकी टॉन्सिल और आपकी जीभ के पीछे के हिस्से में फंस जाते हैं। ये किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाते हैं लेकिन सांसों की दुर्गंध को बढ़ा देते हैं। अगर आपको ये समस्या है तो खाना खाने के कुछ देर बाद नमक के पानी से गरारा करें।

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