महज डेढ़ साल के बकरे पर लगी 3 लाख की बोली, मालिक बोला बढ़ाओ बोली

रिपोर्ट : रितिका आर्या
नई दिल्ली : अक्सर ऐसी चीजें, जीव-जंतु, पक्षी या फिर जानवर बेशकीमती हो जाते हैं जब उन पर कुछ लिखा या कुछ खास नजर आ जाएं। इनकी प्रवृत्ति या रंग-रूप उन्हें दूसरों से अलग बना देती है जिससे उनकी कीमत में भी काफी बढ़ोतरी हो जाती है कुछ ऐसा ही देखने को मिला है पंजाब के संगरूर के कंगनवाल गांव में। जहाँ शेर खान नाम का बकरा इस वक्त चर्चा में बना हुआ है और भला बने भी क्यों ना, क्योंकि ये बकरा ही खास है। आपको बता दें कि इस बकरे के कान के नीचे अरबी भाषा में अल्लाह लिखा है। लोग इसके लिए 3 लाख रुपए तक की बोली लगा चुके हैं लेकिन इस बकरे का मालिक अपने बकरे को 5 लाख रुपए में बेचना चाहता है। उसका कहना है हम इस बकरे के लिए 5 लाख चाहते हैं क्योंकि हम उसको हर रोज खाने में बदाम छोले जैसी हेल्दी खुराक दे रहे हैं।
आपको बता दें, जल्द ही बकरी ईद का त्यौहार आने वाला है। ऐसे में बाजारों में बिकने वाले बकरों की मांग बढ़ गई है। इस बीच कंगनवाल गांव में अल्लाह लिखे इस बकरे का कीमती और खास होना कोई ताजुब्ब की बात नहीं। इस बकरे की मां बांग इसके कान के नीचे लिखे अल्लाह के कारण बढ़ चुकी है। बता दें, बकरीद के त्यौहार में बकरे की कुर्बानी दी जाती है। इस मौके पर मलेरकोटला में सबसे बड़ी बकरा मंडी लगाई जाती है जहां राजस्थान, हरियाणा, हिमाचल से लोग आते हैं। यहां हजारों लोग शामिल होते हैं और बकरों की लाखों की बोली लगती है लेकिन इस बार कोरोना के चलते मेला नहीं लग पा रहा है लेकिन इस बीच संगरूर के गांव कंगनवाल का एक डेढ़ साल का बकरा शेर खान का चर्चा में है।
हालांकि, इस बकरे पर लाखों रुपये का दाम लग चुका है लेकिन मालिक इसे बेचने के लिए तैयार नहीं है। वह ज्यादा पैसों की डिमांड कर रहे हैं। बकरे के मालिक का कहना है कि जब शेर खान 2 महीने का था। उनको उसी समय पता चल गया था कि यह बेहद खास है। खास इसलिए क्योंकि इस बकरे के कान के नीचे अरबी भाषा में अल्लाह लिखा हुआ है। अगर बकरे के माथे, गले या शरीर पर ऐसा कुछ लिखा होता है तो उसकी कीमत बढ़ जाती है।
बकरे के मालिक मुताबिक, कुर्बानी देने वाले उसको बेहद ज्यादा कीमत पर खरीद लेते हैं। इस बकरे पर 3 लाख की कीमत लग चुकी है लेकिन हम इसको 5 लाख में बेचना चाहते हैं क्योंकि हम उसको हर रोज खाने में बदाम छोले और हेल्दी खुराक दे रहे हैं। कुछ लोग उन्हें यह कह रहे हैं कि जो बकरे के कान के नीचे अरबी भाषा में अल्लाह लिखा हुआ है वह इन्होंने तेजाब के साथ या किसी और चीज से लिखा है। लेकिन वह चैलेंज करते हैं कि अगर कोई साबित कर सकता है तो करके दिखा दे। हम जानते हैं कि यह निशान तो जन्म से ही है।
दूसरी ओर लोगों का कहना है कि इनके घर में जो बकरा है वह बहुत अलग है क्योंकि उनके ऊपर अल्लाह की रहमत हुई है। इनके परिवार के पास जो बकरा है उसके कान के नीचे अल्लाह लिखा हुआ है। हालांकि, ऐसे शब्द पहले भी कई बार देखे गए हैं। कई बार मछलियों, पत्तों के ऊपर भी देखे गए हैं लेकिन बकरीद के मौके पर एक बकरे पर अल्लाह लिखा होना बेहद खास है। ऐसे बकरों को ज्यादा कीमत पर खरीदा जाता है। आपको बता दें कि इस बकरे की उम्र डेढ़ साल है।