ट्विटर पर क्यों ट्रैंड करने लगे कपिल मिश्रा

नई दिल्ली: किसान आंदोलन का आज शनिवार 9 जनवरी,2020 को 45वां दिन है। अभी भी किसान दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच ट्विटर पर शाम 4:00 बजे से लगातार #PermanentBanOnKapilMishra ट्रेंड करने लगा है। ट्विटर यूजर राघव लिखते है "कपिल मिश्रा किसानों से बुरी तरह से बोल रहे हैं, चलो एक साथ बहिष्कार करते हैं।"
Kapil Misra is speaking badly to the farmers, let's boycott together. @_garrywalia#PermanentBanOnKapilMishra pic.twitter.com/QU6NAbLh6Z
— Raghav Kr Singh (@Raghav_Nsui) January 9, 2021
Kapil Misra is speaking badly to the farmers, let's boycott together. @_garrywalia#PermanentBanOnKapilMishra pic.twitter.com/QU6NAbLh6Z
— Raghav Kr Singh (@Raghav_Nsui) January 9, 2021
वही दूसरे यूज़र ने लिखा "भारत की राजधानी पिछले साल जल गई थी, जिसमें 53 लोग मारे गए थे। मैं उनके ट्वीटर अकाउंट पर तुरंत प्रतिबंध लगाने के लिए ट्वीट करने का अनुरोध कर रहा हूं।"
India's capital burned last year, with 53 dead.
— Sindil Saad 🏹 (@Isindilsaad) January 9, 2021
I am requesting to tweet ban his tweeter account immediately.#PermanentBanOnKapilMishra @_garrywalia pic.twitter.com/QqOW1yQOFD
बता दें की बीते 4 दिसंबर को दिल्ली की सीमाओं पर किसानों के प्रदर्शन के बीच प्रदेश भाजपा के नेता कपिल मिश्रा ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखा था । पत्र में कपिल मिश्रा ने किसानों के आंदोलन का हवाला देते हुए कपिल मिश्रा ने कहा कि दिल्ली के लोग अपने मौलिक अधिकारों से वंचित हो रहे हैं तथा उनसे कार्यालय जाने, दुकान खोलने, एवं उपचार के लिए अस्पताल जाने जैसी सामान्य स्वतंत्रता छीनी जा रही है। दिल्लीवासियों को राहत प्रदान करने के लिए अपील की थी , कपिल मिश्रा के अनुसार प्रदर्शन के कारण ‘बंधक’ बने हुए हैं। राष्ट्रपति को लिखे पत्र में मिश्रा ने कहा है कि कई राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं ने दिल्ली को कई दिनों से बंधक बना रखा है, ऐसे में दूध, सब्जियों, ऑक्सीजन सिलेंडरों और दवाइयों की आपूर्ति प्रभावित हुई है।
फिलहाल किसान और केंद्र सरकार के बीच बातचीत का नौवां दौर भी बेनतीजा रहा। किसान अभी भी आंदोल पर है, अब किसानों और सरकार के बीच 15 जनवरी को आगामी बैठक होगी। वहीं कांग्रेस के महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने फैसला किया है कि किसानों के समर्थन में हर प्रांतीय मुख्यालय पर कांग्रेस पार्टी 15 जनवरी को किसान अधिकार दिवस के रूप में एक जन आंदोलन करेगी।"पार्टी नेताओं के अनुसार, सोनिया गांधी के साथ पार्टी के महासचिवों और राज्य के प्रभारियों की वर्चुअल बैठक में यह निर्णय लिया गया है।