भारत में राजदूत के पद पर नियुक्ति का समय आ गया है : रो खन्ना


खन्ना ने एक ट्वीट में लिखा, विशेष रूप से चीन की ओर से बढ़ती आक्रामकता की स्थिति में अमेरिका को भारत के साथ एक मजबूत रक्षा और रणनीतिक साझेदारी की जरूरत है।
खन्ना ने ट्वीट किया, इस प्रशासन में दो साल, इस महत्वपूर्ण रिश्ते और हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने के लिए भारत में एक राजदूत की नियुक्ति का समय आ गया है।
1947 के बाद से यह सबसे लंबी अवधि है, जब दिल्ली में अमेरिकी दूतावास बिना किसी दूत के है।
रोनक देसाई के ऑप-एड का कहना है कि इस महत्वपूर्ण पद को भरने में असमर्थता एक व्यापक विफलता का एक छोटा सा हिस्सा है।
जनवरी 2021 में राष्ट्रपति जो बाइडेन के पदभार ग्रहण करने के बाद से नई दिल्ली में अमेरिकी दूत का पद खाली पड़ा है, क्योंकि लॉस एंजिल्स के मेयर एरिक गासेर्टी का नामांकन अभी भी अधर में है।
आयोवा, जोनी अन्स्र्ट और चक ग्रासली के रिपब्लिकन सीनेटरों ने गासेर्टी के नामांकन पर रोक लगा दी है।
पोलिटिको की रिपोर्ट के अनुसार, एक शीर्ष सलाहकार के खिलाफ यौन उत्पीड़न और उत्पीड़न के आरोपों के बारे में जानकारी की कमी के कारण राष्ट्रपति की पसंद को कुछ डेमोक्रेट्स के विरोध का भी सामना करना पड़ रहा है।
बाइडेन प्रशासन ने राजनयिक एलिजाबेथ जोन्स को जनवरी 2021 से भारत में अपने दूतावास में अंतरिम प्रभारी के रूप में नियुक्त किया। उससे पहले, पेट्रीसिया ए. लैसीना इस पद पर आसीन थी।
विशेषज्ञों का कहना है कि इतने महत्वपूर्ण देश में पूर्णकालिक दूत की अनुपस्थिति क्षेत्र में अमेरिकी हितों के लिए हानिकारक साबित हो सकती है।
--आईएएनएस
पीके