Bank FD Rules : जब बात सुरक्षित निवेश की होती है तो भारत में आज भी लोग FD को एक सुरक्षित विकल्प समझते है। एफडी में लोग पैसे को सुरक्षित रूप से लंबे समय के लिए निवेश करके चिंता मुक्त हो जाते है।
साथ ही यहां से ठीक ठाक ब्याज भी निवेशित राशि पर मिलता है। लेकिन एफडी की कुछ ऐसी सीमाएं जिनके बारे में आपको जरूर जानकारी होनी चाहिए जिनके बारे में हमने इस लेख में बताया है।
FD कराने से पहले रखें निम्नलिखित बातों का ध्यान
1. बहुत कम रिटर्न
एफडी में निवेश करने का पहला नुकसान यह है कि यहां से आपको एक निश्चित दर से ब्याज प्राप्त होता है। इसका अर्थ है कि बैंक द्वारा जो ब्याज की दर निर्धारित की जाती है उसी दर से आपको ब्याज मिलेगा। वही दूसरी तरफ म्यूचुअल फंड और स्टॉक मार्केट में निवेश करने पर आपको कही ज्यादा रिटर्न मिलता है।
2. एफडी तोड़ने पर जुर्माना
तय अवधि से पहले यदि आप एफडी बंद कर देते हो तो आपको जुर्माना देना पड़ता है।
3. बाजार की तेजी का लाभ नही
एफडी का एक नुकसान यह भी है कि योजना की समाप्ति तक आपको तय दर से ही ब्याज मिलता है। यदि बाजार में तेजी आती भी ही तो आपको फिक्स रेट से ही इंटरेस्ट मिलता है।
4. लॉक इन पीरियड
एफडी करवाने का एक और नुकसान यह भी है की जब तक अवधि समाप्त न हो जाए तब तक आप अपना पैसा नही निकाल सकते हो। लेकिन अगर आप बीच में ही एफडी तोड़ देते हो तो आपको जुर्माना देना पड़ता है।
5. ब्याज पर लगता है टैक्स
एफडी पर निवेशकों को जो ब्याज मिलता है उस ब्याज के ऊपर भी टैक्स कैलकुलेट होता है।
6. कैपिटल गेन्स का लाभ नही
एफडी कराने की एक और सीमा यह है कि यहां से आपको किसी भी तरह का कोई कैपिटल गेन्स का लाभ नही मिलता है।