नॉर्वेजियन तेल टैंकर पर सवार तमिलनाडु के नाविकों के परिवार कर रहे उनकी वापसी का इंतजार


थूथुकुडी के प्रिस्पैन जेवियर, अंबुर के रामापुरम सुकुमारन हर्ष और चेन्नई के दीपन बाबू नाइजिरियाई सरकार द्वारा कब्जे में लिए गए थे।
सूत्रों के अनुसार, चालक दल को पोर्ट हरकोर्ट में एक नाइजीरियाई अदालत के समक्ष पेश किया गया और नाविकों ने दोषी नहीं होने का अनुरोध किया और उन्हें तेल टैंकर में वापस भेज दिया गया।
प्रिस्पान की पत्नी सालो ने बुधवार को मीडियाकर्मियों से कहा कि, वे नाइजीरियाई अधिकारियों की कैद से भारतीय नाविकों की जल्द रिहाई की उम्मीद कर रही हैं। उन्होंने कहा कि, परिवार जेवियर के बारे में चिंतित है और उसने भारतीय अधिकारियों से उसके पति की रिहाई सुनिश्चित करने का आह्रान किया।
दीपन की पत्नी सौम्या ने कहा कि, उसके पति के माता-पिता को घटना की जानकारी नहीं दी गई है।
विशेष रूप से, जहाज की रिहाई के लिए संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन के अनुच्छेद 292 के तहत समुद्र के कानून के लिए अंतर्राष्ट्रीय ट्रिब्यूनल में एक आवेदन दायर किया गया है और 16 भारतीयों सहित टैंकर में 26 चालक दल को रिहा किया गया है।
तेल टैंकर अगस्त से गिनी की हिरासत में था और हाल ही में नाइजीरिया की हिरासत में स्थानांतरित कर दिया गया।
नाइजीरियाई अधिकारियों ने जहाज के चालक दल पर गलत और झूठे आरोप लगाने का आरोप लगाया है कि वे समुद्री लुटेरों के हमले के अधीन थे।
--आईएएनएस
पीटी/एसकेपी