मणिपुर में 31 उग्रवादियों ने किया आत्मसमर्पण, जमा किए हथियार और गोला-बारूद


इंफाल के प्रथम बटालियन मणिपुर राइफल्स मैदान में आयोजित घर वापसी समारोह में मुख्यमंत्री ने इस लोगों का स्वागत किया। 31 में से 17 कांगलीपाक कम्युनिस्ट पार्टी (केसीपी)-पीपुल्स वार ग्रुप (पीडब्ल्यूजी) से संबंधित हैं, चार युनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (यूएनएलएफ) से हैं, द पीपल्स रिवोल्यूशनरी पार्टी ऑफ कांगलीपाक (पीआरईपीएके) से छह, कांगलेई यावोल कन्ना लुप (केवाईकेएल) से तीन कैडर जबकि पीआरईपीएके (वीसी) से एक कैडर है।
उग्रवादियों ने एक एम-16 राइफल, एक एम-4 कार्बाइन, एक लैथोड बंदूक, एक सिंगल बैरल राइफल, 11 पिस्टल और एक 12 एमएम बोर पिस्तौल के साथ पांच कारतूस, तीन लैथोड गोले, एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस और तीन जिंदा गोलियां जमा कीं। समारोह में बोलते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने हाल ही में कहा था कि आत्मसमर्पण करने वालों के खिलाफ कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की जाएगी, जब तक कि उनके खिलाफ कोई जघन्य अपराध न हो।
बाद में मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया: मैं आज इंफाल के 1 एमआर बैंक्वेट हॉल में घर वापसी समारोह के दौरान हथियार डालने के लिए विभिन्न यूजी समूहों के 31 कैडरों का हार्दिक स्वागत करता हूं। यह मेरा ²ढ़ विश्वास है कि कई और लोग मुख्यधारा में लौटेंगे और एक प्रगतिशील मणिपुर के निर्माण के काम में शामिल होंगे।
इससे पहले इस साल जुलाई में, लिबरेशन टाइगर्स ऑफ ट्राइबल्स (एलटीटी) उग्रवादी समूह के 12 कैडरों ने सरकार के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था और बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद जमा किए थे।
--आईएएनएस
केसी/एएनएम