इंजीनियरिंग डिप्लोमा धारक इंस्टाग्राम पर लोगों से ठगी करने के आरोप में गिरफ्तार


आरोपी की पहचान राजस्थान के बीकानेर निवासी मनीष तिवारी के रूप में हुई है।
पुलिस ने कहा कि पिछले साल तिवारी खुद भी साइबर ठगी का शिकार हुआ था। उसके साथ भी इसी तरह की ठगी की गई थी।
पुलिस उपायुक्त (उत्तर) सागर सिंह कलसी के अनुसार, साइबर नॉर्थ पुलिस स्टेशन में राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिग पोर्टल (एनसीआरपी) के माध्यम से एक शिकायत प्राप्त हुई, जिसमें शिकायतकर्ता ने कहा कि एक इंस्टाग्राम पेज पर आईफोन 13 की बहुत कम कीमत पर डिलीवरी की बात पढ़कर उसने उस व्यक्ति को पेज पर दिए गए व्हाट्सएप लिंक के जरिए जोड़ा।
अधिकारी ने कहा, उसने आईफोन गैजेट्स की डिलीवरी के संबंध में व्हाट्सएप कॉल पर बात की। इसके बाद आरोपी ने उसे भुगतान का 30 प्रतिशत बैंक खाते में जमा करने का निर्देश दिया।
कुछ देर बाद आरोपी ने उसे उत्पादों की डिलीवरी से पहले और पैसे जमा करने को कहा। इस प्रकार पीड़ित ने कुल 1,77,800 रुपये जमा किए और जब वह डिलीवरी के लिए जिद करता रहा तो उसे बताया गया कि डिलीवरी के लिए कुछ और भुगतान की जरूरत होगी।
डीसीपी ने कहा, शिकायतकर्ता को तब संदेह हुआ। बाद में आरोपी ने उसका मोबाइल नंबर भी ब्लॉक कर दिया। भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है और जांच शुरू की गई।
मनी ट्रेल और तकनीकी विश्लेषण के जरिए पुलिस ने आरोपी तक पहुंच बनाई और 14 नवंबर को तिवारी को बीकानेर से गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ में उसने खुलासा किया कि पिछले साल भी इसी तरह से ठगी की गई थी। इसलिए उसने जल्दी पैसा कमाने के लिए एप्पल फोन और गैजेट्स की नकली ऑनलाइन डिलीवरी का एक समान तरीका अपनाकर लोगों को ठगने की योजना बनाई।
अधिकारी ने कहा, उसने टेलीग्राम लिंक के जरिए पश्चिम बंगाल से खरीदे गए फर्जी सिम कार्ड का इस्तेमाल किया।
--आईएएनएस
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