Fact Check: बिहार में मुस्लिम लड़की से हिंदू लड़कों ने किया गैंगरेप! यूपी के वीडियो को संप्रदायिक दावे के साथ किया गया शेयर

Ankit Singh

By Ankit Singh

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सोशल मीडिया पर हाल ही में एक वीडियो काफी चर्चा में आया है, जिसे शेयर करते हुए ये दावा किया जा रहा है कि ये वीडियो बिहार में हुए गैंगरेप का है, जिसमें पीड़िता मुस्लिम लड़की से हिंदू लड़कों ने गैगरेप किया और वीडियो भी बनाया।

क्या है वायरल वीडियो?

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ‘मोजिब असरा’ नाम की फेसबुक यूजर ने ये वीडियो (आर्काइव लिंक) अपने अकाउंट पर शेयर किया और लिखा, “सड़ा हुआ समाज, बिहार – हिन्दू लड़कों ने मुस्लिम लड़की को जंगल में ले जा किया बलात्कार और वीडियो बना कर कर दिया वाइरल, लड़की (मत करो भैय्या ये सब हम आपकी बहन बेटी की तरह हैँ ) कहते हुए रोती रही माफ़ी मांगती रही वहशी दरिंदे नोंचते रहे जिस्म।!⚠️ TW: हिंदू टीजी और एफबी समूहों में व्यापक रूप से साझा किए जा रहे एक वीडियो में, हिंदू पुरुषों का समूह नाबालिग मुस्लिम लड़की का जंगल में सामूहिक बलात्कार कर रहा है
लड़की गुहार लगा रही है कि ‘बहुत दर्द हो रहा है, मुझे जाने दो’ जैसे बलात्कारी देवते वैसे उनके भगत लड़की गुहार लगा रही है कि ‘बहुत दर्द हो रहा है, मुझे जाने दो’ जैसे बलात्कारी देवते वैसे उनके भगत दरिंदो को भैया कहो चाचा ताऊ पापा भी कहदो यह तो दरिंदे अपनी माँ को भी नहीं छोड़ेंगे…कहा का है ये वीडियो…कोई गिरफ्तार हुए लड़के या नहीं…हमारे देश में ऐसे लोगों को जब तक फांसी की सजा नही होगी तब तक ऐसे वहीसी दरिंदा लोग बलात्कार करते रहेंगे….सरकार को कानून बनाना चाहिए, लड़की किसी भी धर्म की हो ऐसी दरिंदगी नहीं होनी चाहिए। इन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।”

वहीं इसके अलावा Naaz Khan नाम की एक्स यूजर ने भी सेम दावे के साथ इस वीडियो को शेयर किया है और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। इस यूजर का भी यही कहना है कि ये वीडियो बिहार गैंगरेप का है, जिसमें नाबालिग लड़की मुस्लिम है, जिसका 3 हिंदू लड़कों ने रेप किया है।

हालांकि टूडे समाचार की पड़ताल में ये पाया गया है कि ये वीडियो साल 2019 का है, जिसे भड़काऊ सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। दरअसल, ये वीडियो उत्तर प्रदेश के कौशांबी में हुई वारदात का है, जिसमें तीनों आरोपी मुस्लिम समुदाय के थे और पीड़िता लड़की नाबालिग थी। इस मामले में कोर्ट ने तीनों आरोपियों को उम्र कैद की सजा तक सुनाई है।

फैक्टचेक

दरअसल, टूडे समाचार की पड़ताल में जब इस वीडियो के कीफ्रेम्स की रिवर्स इमेज सर्च की गई तो हमारी टीम को एबीपी लाइव की एक रिपोर्ट मिली, जिसपर तारीख दी हुई थी 26 सितंबर 2019। इस रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, हमें ये पता लगा कि उत्तर प्रदेश के कौशाम्बी जिले में नाबालिक के साथ गैंगरेप करने वाले तीसरे आरोपी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

रिपोर्ट में लिखा गया था, “कौशाम्बी में कलंक की घटना का तीसरा आरोपी भी पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है। पुलिस ने सराय अकिल इलाके से मोहम्मद आकिब उर्फ बड़का को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी मोहम्मद आकिब उर्फ बड़का पर 25 हजार का इनाम घोषित था। शनिवार को सराय अकिल इलाके में आरोपी ने एक नाबालिग के साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया था और पूरी घटना की वीडियो भी बनाया था।”

4 साल पुरानी है वीडियो

इसके बाद जब वायरल दावे के स्पष्टिकरण के लिए हमारी टीम ने जांच को आगे बढ़ाया तो एक अन्य रिपोर्ट में हमें पता लगा कि गैंगरेप के तीनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दायर किया गया था, जिसके बाद नाजिम नाम का आरोपी मौके पर ही पकड़ा गया था, जबकि आदिल यानी दूसरे आरोपी को पुलिस ने एनकाउंटर के दौरान दबोचा था। वहीं गैंगरेप का तीसरे आरोपी बड़का की तलाश जारी है।

इसके अलावा हमारी टीम को छह फरवरी 2020 की एक रिपोर्ट भी मिली, जिसमें इस गैंगरेप के तीनों आरोपियों की सजा का जिक्र था। दरअसल, इस रिपोर्ट के मुताबिक, “जनपद कौशांबी में प्रदेश को शर्मसार करने वाले गैंगरेप कांड के तीनों आरोपियों को जनपद न्यायालय के विशेष न्यायाधीश पॉक्सो (POCSO) अनुपम कुमार ने उम्र कैद की सजा सुनाई है। अदालत ने इस मामले के प्रत्येक मुल्जिम पर 1 लाख 86 हजार रुपये का अर्थदंड भी लगाया है। यह घटना सराय अकिल थाना इलाके में 21 सितंबर 2019 को घटित हुई थी। कौशांबी में दुष्कर्म का यह पहला मामला है, जहां कोर्ट ने आरोपियों को उम्र कैद की सजा सुनाई है।”

ऐसे में टूडे समाचार की इस पड़ताल से ये साफ हो गया है कि ये सोशल मीडिया पर वीडियो के साथ ये दावा गलत है, क्योंकि ये वीडियो उत्तर प्रदेश के कौशाम्बी में हुई गैंगरेप की पुरानी घटना का है, जिसमें सभी आरोपी मुस्लिम थे। हालांकि अब इस वीडियो को फेक और संप्रदायिक दावे के साथ बिहार से जोड़कर वायरल किया जा रहा है।ॉ

टूडे समाचार की टीम सभी लोगों से अनुरोध करती है कि ऐसे किसी भी वायरल खबर या दावे पर भरोसा ना करें, बल्कि पहले उसकी पुष्टि करलें।

Ankit Singh

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