सोशल मीडिया पर इन दिनों राम मंदिर से जुड़ा एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसे लेकर दावा किया जा रहा है कि अमेरिकी आर्य वैश्य वासवी एसोसिएशन ने अयोध्या के राम मंदिर को 12 नए स्वर्ण वाहन भेंट किए हैं।
क्या है वायरल?
बता दें कि ‘Prince Rajput‘ नाम के फेसबुक यूजर ने इस वीडियो को 1 फरवरी 2024 के शेयर किया है और इसके साथ ही कैप्शन में लिखा, “एनआरआई वासवी एसोसिएशन यूएसए ने बालक राम मंदिर अयोध्या के लिए 12 स्वर्ण वाहन भेंट किए थे।”
हालांकि टूडे समाचार ने अपनी पड़ताल में पाया है कि ये वायरल दावा पूरी तरह से फर्जी है। अमेरिकन आर्य वैश्य वासवी एसोसिएशन (Arya Vaishya Vasavi Association) ने श्री राम के मंदिर को 12 स्वर्ण वाहन दान जरुर किए थे, लेकिन ये घटना साल 2023 की है और इस संस्थान ने ये स्वर्ण वाहन अयोध्या राम मंदिर को नहीं बल्कि तेलंगाना के भद्राचलम में स्थित श्री रामचंद्र स्वामी मंदिर को दान किए थे।
फैक्टचेक
टूडे समाचार ने अपनी पड़ताल की शुरूआत करते हुए सबसे पहले वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए इसे संबंधित कीवर्ड्स की मदद से गूगल पर सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो से जुड़ा एक वीडियो वी6 न्यूज तेलगु नाम के यूट्यूब चैनल पर मिली, जिसे 21 नवंबर 2023 को अपलोड किया गया था।
इस वीडियो में जानकारी दी गई थी कि भद्राचलम में स्थित रामचंद्र स्वामी मंदिर को एनआरआई वासवी संघम ने 12 नए स्वर्ण दिव्य वाहन दान किए। वहीं इस वीडियो के 8 सेकेंड के हिस्से के बाद वायरल वीडियो में दिखाए गए स्वर्ण वाहन भी दिखाई दिए।
वहीं इस पड़ताल के दौरान हमें तेलंगाना न्यूज 18 की वेबसाइट पर वायरल दावे से जुड़ी एक रिपोर्ट भी मिली, जिसे 25 जनवरी 2023 को प्रकाशित किया गया था। इस रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, इन 12 स्वर्ण वाहनों का दान अमेरिका में स्थित एनआरआई वासवी एसोसिएशन (एनआरआईवीए) नामक एक संस्थान ने किया था, जिसकी लागत लगभग 65 लाख रुपए तक है। भद्राचलम मंदिर में अमेरिकी संस्थान ने ये सभी स्वर्ण वाहन सेवा के रूप में दान किए थे।
बता दें कि इसके बाद इसपर अधिक स्पष्टिकरण के लिए हमने अयोध्या दैनिक जागरण के संपादकीय प्रभारी रमा शरण अवस्थी से संपर्क किया और वायरल वीडियो के बारे में पूछा। इस दौरान उन्होंने भी इस दावे को फर्जी बताया।
ऐसे में टूडे समाचार की इस पड़ताल के बाद ये साफ हो गया है कि अमेरिकी आर्य वैश्य वासवी एसोसिएशन ने अयोध्या के राम मंदिर को 12 नए स्वर्ण वाहन भेंट किए जाने का दावा पूरी तरह से फर्जी है। इस संस्थान ने श्री राम के मंदिर को 12 स्वर्ण वाहन दान जरुर किए थे, लेकिन ये घटना साल 2023 की है और इस संस्थान ने ये स्वर्ण वाहन अयोध्या राम मंदिर को नहीं बल्कि तेलंगाना के भद्राचलम में स्थित श्री रामचंद्र स्वामी मंदिर को दान किए थे।