West Bengal Attack On Car Viral Video Fact Check

पश्चिम बंगाल इन दिनों सुर्खियों का केंद्र बना हुआ है। दरअसल, ममता बनर्जी के सरकार वाली पश्चिम बंगाल में इन दिनों संदेशखाली का मामला काफी गरमाया हुआ है। इस बीच अब सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ लोग कुछ गाड़ियों पर ईट, पत्थर, लाठी और डंडों से हमला करते नजर आ रहे हैं।

वहीं इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि ममता बनर्जी की सरकार में महिला पत्रकार की गाड़ी पर हमला किया गया। साथ ही फिलहाल संदेशखाली को लेकर चल रही दिक्कतों के बीच इस वीडियो के शेयर किए जाने से ऐसा लग रहा है कि इसे संदेशखाली से जोड़कर ही वायरल किया जा रहा है।

क्या है वायरल?

बता दें कि @bhagwakrantee (आर्काइव लिंक) नाम के फेसबुक यूजर ने इस वीडियो को अपनी प्रोफाइल पर शेयर किया है और साथ ही कैप्शन में लिखा है, “एक महिला मुख्यमंत्री के राज्य में एक महिला पत्रकार का स्वागत इस तरह किया जाता है ‘खूब खेला होबे’”

इस वीडियो को कई अन्यू यूजर्स ने भी अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर समान दावे के साथ शेयर किया है।

हालांकि टूडे समाचार ने अपनी पड़ताल में इस वायरल वीडियो को भ्रामक पाया है। दरअसल, गाड़ी पर हमले का वायरल वीडियो करीब तीन साल पुराना है। बंगाल में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान पश्चिम मिदनापुर में मीडियाकर्मी की गाड़ी पर हमला किया गया था। हालांकि इस वीडियो को अब भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

फैक्टचेक

टूडे समाचार ने सबसे पहले जांच के लिए इस वीडियो के कीफ्रेम्स निकाले और उसे गूगल लेंस की मदद से सर्च किया। इस पड़ताल के दौरान हमें इंडिया टुडे की वेबसाइट पर छपी एक खबर मिली, जिसे 1 अप्रैल 2021 को प्रकाशित किया गया था।

इस खबर में भी वायरल वीडियो में गाड़़ी पर अटैक करते शख्स का स्क्रीनशॉट शेयर किया गया था। वहीं इस रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक पश्चिम मिदनापुर के केशपुर में कुछ लोगों ने मीडियाकर्मी की गाड़ी पर हमला कर दिया। आरोप है कि हमला उस वक्त हुआ, जब मीडियाकर्मी चुनाव कवर जा रहे थे।

वहीं इस दौरान हमें जी न्यूज के ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया गया वीडियो भी मिला, जिसमें वायरल वीडियो के क्लिप्स का इस्तेमाल किया गया है। इस वीडियो में दी गई जानकारी के मुताबिक, पश्चिम बंगाल में दूसरे चरण का मतदान हो चुका है। इस बीच पश्चिमी मिदनापुर के केशपुर में लोगों ने चैनल की पत्रकार की गाड़ी पर हमला कर दिया।

इस मामले पर अधिक पुष्टि के लिए अंत में हमने कोलकाता में दैनिक जागरण के पत्रकार जेके वाजपेयी से संपर्क किया और इस मामले पर उनकी राय ली। इस दौरान उन्होंने हमें बताया कि, “यह वीडियो करीब तीन साल पुराना चुनाव के समय का है। इसका संदेशखाली वाले मामले से कोई संबंध नहीं है।“

ऐसे में टूडे समाचार की इस पड़ताल से ये साफ हो गया है कि वायरल किया जा रहा वीडियो तीन साल पुराना है, जिसे अभी के मामले से जोड़कर शेयर किया जा रहा है।

Verify information accuracy with fact-checking: scrutinize claims, cross-reference sources, and confirm data to ensure reliability and combat misinformation.