माले: मालदीव में जारी रानजीतिक संकट का असर अब भारतीय लोगों पर भी पड़ने लगा है। शुक्रवार को मालदीव में दो पत्रकारों को राष्ट्रीय कानून के तहत गिरफ्तार किया गया है। दोनों ही पत्रकार एक न्यूज़ एजेंसी के लिए काम करते थे। वहीँ गिरफ्तारी के बाद भारत की ओर से विदेशमंत्रालय ने अपने दूतावास को सूचित करने को कहा है।
बतादें कि मालदीव में जारी राजनीतिक संकट अब चरम पर्व पहुँच गया है। यहाँ राष्ट्रपति द्वारा लगाये गये आपातकाल के कारण जनता के सारे अधिकारों को छीन लिया गया है। शुक्रवार को आपातकाल में रिपोर्टिंग करने के मामले में दो भारतीय पत्रकारों को गिरफ्तार क्या गया है। इसकी जानकारी मालदीव पुलिस ने भी दी है। अमृतसर के मनी शर्मा और लंदन में रहने वाले भारतीय मूल के पत्रकार आतिश रावजी पटेल को गिरफ्तार किया गया है, यह दोनों पत्रकार न्यूज़ एजेंसी एएफपी के लिए काम करते थे।
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देश में आपात लागू होने के बाद सारी शक्तिया सेना के अधीन हो गयी है। ऐसे में किसी प्रकार की रिपोर्टिंग कानूनों का उल्लंघन है। पत्रकारों की गिरफ्तारी को लेकर देश के सांसद अली जरिर ने कहा पत्रकारों की गिरफ्तारी राष्ट्रीय कानून के दायरे में हुई है। हम उन्हें रिहा कराने के लिए प्रयासरत है। साथ ही देश में फिर से कानून का राज्य स्थापति करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
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उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि देश के कई बड़े न्यूज़ चैनलों को भी बंद किया गया है। या तो उनपर सेना ने कब्जा कर लिया है। वहीँ मालदीव में राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन के आपातकाल लागू कर देश के विपक्ष और सुप्रीम कोर्ट के जजों की गिरफ्तारी को लेकर चौतराफा आलोचना हो रही है। इस मामले में देश के पुर्व और निर्वासित राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने भारत से दखल देने की मांग की है।
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