नई दिल्ली: इस साल दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव में कई तरह के विवाद सामने आए, वहीं अब चुनाव में जीत दर्ज करने वाले नवनिर्वाचित अध्यक्ष को लेकर भी एक बड़ा विवाद सामने आया है। बता दें चुनाव के दौरान ईवीएम विवाद की चर्चा बड़े स्तर पर चली, जिसके बाद अब अंकिव बैसोया के शैक्षणिक योग्यता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
कांग्रेस पार्टी के छात्र संगठन नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया यानी एनएसयूआई का आरोप बीजेपी की सहयोगी एबीवीपी छात्र नेता अंकिव बैसोया ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नामांकन कराया है। लेकिन एबीवीपी ने तरह के आरोपों को इस इनकार करते हुए इसे एनएसयूआई का दुष्प्रचार कहा है।
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बता दें कि हाल ही में खत्म हुए चुनाव में एबीवीपी के अंकिव बैसोया ने अध्यक्ष पद पर जीत दर्ज की है। जबकि उपाध्यक्ष और संयुक्त सचिव पद भी एबीवीपी के उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है। वहीं सचिव पद पर एनएसयूआई उम्मीदवार की जीत हुई है।
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जिसके बाद अब एनएसयूआई ने थिरुवल्लूर यूनिवर्सिटी का एक लैटर जारी करते हुए आरोप लगया और दावा किया गया कि अंकिव ने एमए में एडमिशन लेने के लिए बीए का जो सर्टिफिकेट दिया वो फर्जी है। बता दें कि ये मामला अभी और भी आगे बढ़ सकता है कि क्योंकि एनएसयूआई का कहना है क हम इस मामले में कानून राय भी ले रहे हैं।
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